
13 फरवरी को अंजू बिष्ट के द्वार चौक पर खड़े होकर पीड़िता नीलम को अपशब्द,बेहद अपमानजनक व जातिसूचक बोले गए थे,इंसाफ के लिए सम्बंधित एक शिकायत पत्र पीड़िता ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग और उत्तराखंड पिछड़ा वर्ग आयोग को भेज दिया है,
जब पीड़िता नीलम पंडितवाड़ी से अपने घर हर्बन्सवाला जा रही थी तो अंजू बिष्ट अपने घर मे खड़े होकर पुरानी किसी बात को लेकर पीड़िता पर चिल्लाने लगी व गन्दी गन्दी गालिया बकने लगी,गंदे गंदे इशारे करने लगी व बोलने लगी की तुझमे बड़ा करंट है,अभी लोगो को बुलाकर पहले तेरा करंट कम करवाती हूँ,तू साली चमार है,तेरा पति और तेरे सभी घर वाले चमार हो,साले तुम हर्बन्सवाला क्षेत्र के सभी लोग चमार हो,तुम लोग कभी किसी के नहीं सगे होते हो,हर्बन्स वाला वाले तुम सभी लोग चोर हो चोर ही रहोगे,जिस थाली मे खाते हो उसी मे छेद करते हो,एक शराब की बोतल के लिए बिक जाते हो,
पीड़िता ने भी प्रतिकिर्या करी व अंजू बिष्ट की सभी बातो का विरोध किया व अंजू बिष्ट चुप रहने को बोला व पलट कर उसके द्वारा बोला गया एक शब्द को दोहराया व जवाब मे वो ही शब्द बोला
अंजू बिष्ट जैसे लोगों के कारण ही देश जातिवादी बीमारी और क्षेत्रवाद से ग्रसित हो गया गया है,जबकि ये कुछ ही लोग हैं जो अपने स्वार्थ के लिए आपसी भाई चारा और क्षेत्रवाद फैलाकर माहौल खराब कर रहे है इनके मन में कितना जहर है ये लोग असल में अनपढ है
अंजू बिष्ट के विरुद्ध कार्रवाई होनी ही चाहिए ताकि समाज बट ना सके