
आगामी दिनों में भाजपा की राजनीति तीन अहम मुद्दों पर ही केंद्रित दिखाई देगी. खास बात यह है कि भाजपा इन्हीं मुद्दों के जरिए ना केवल हिंदुत्व बल्कि क्षेत्रीय राजनीति को भी साध सकेगी. इसमें UCC के जरिए भाजपा सरकार हिंदुत्व, तो भू कानून के जरिए क्षेत्रीय भावनाओं को साधेगी. वहीं, शीतकालीन यात्रा के बहाने पर्वतीय जनपदों में मोदी लहर का भी फायदा पार्टी को मिल सकेगा. हालांकि यह सब तभी मुमकिन होगा जब पार्टी विपक्ष के तल्ख तेवर को मात देते हुए इन तीनों मुद्दों को आम जनता तक पहुंचा पाए.
उत्तराखंड में पिछले काफी समय से समान नागरिक संहिता को लेकर धामी सरकार होमवर्क में जुटी थी. UCC लागू होने के बाद अब सरकार की कोशिश आम लोगों में इसके सकारात्मक पक्ष को ले जाना है. इसी बीच सरकार ने भू कानून विधेयक को विधानसभा में पास करवाकर नए मुद्दे पर भी कदम बढ़ाया है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शीतकालीन यात्रा को प्रमोट करने के लिए उत्तराखंड आने के कार्यक्रम पर भी सरकार काम कर रही है. इस तरह देखा जाए तो उत्तराखंड में आने वाला समय इन तीन विषयों पर ही केंद्रित रहने वाला है.
उत्तराखंड में जल्द ही पंचायत चुनाव होने जा रहे हैं, जबकि इसके बाद अब विधानसभा चुनाव 2027 के लिए भी समय कम बचा है. ऐसे में धामी सरकार कुछ बड़े मामलों को लेकर जनता के बीच जा रही है. देखा जाए तो इस समय सरकार और भाजपा संगठन के सामने UCC, भू कानून और प्रधानमंत्री का शीतकालीन यात्रा का कार्यक्रम सबसे अहम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी 27 फरवरी का प्रस्तावित कार्यक्रम स्थगित हो चुका है, लेकिन जल्द ही नई तारीख के भी तय होने की उम्मीद लगाई जा रही है.
भारतीय जनता पार्टी समान नागरिक संहिता के जरिए हिंदुत्व मुद्दे पर आम लोगों को अपने करीब खींचने की कोशिश में है. हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान भू कानून विधेयक पास करते हुए धामी सरकार ने क्षेत्रीय राजनीति को भी साधने की कोशिश की है. क्षेत्रीय भावनाओं से जुड़े इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी अब इसे अपनी सरकार का बड़ा कदम जताने में जुटी है. उधर उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2 महीने के भीतर दूसरा दौरा करवा कर प्रदेश में भाजपा हिंदुत्व और मोदी लहर को और मजबूत करना चाहती है.