
उत्तराखंड: चमोली जिले में बदरीनाथ के पास माणा में शुक्रवार को आए एवलॉन्च के बाद मलबे में दबे बीआरओ मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है. माणा एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन में ज्योतिर्मठ बेस कैम्प से हेली रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. अभी दो निजी हेलीकॉप्टर बदरीनाथ धाम की ओर भेज दिए गए हैं.
सड़क मार्ग पर लामबगड़ से आगे भारी हिमपात होना बताया गया है. लिहाजा अब हेली रेस्क्यू ऑपरेशन पर पूरा फोकस किया जा रहा है. इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सीएम धामी से रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर अपडेट लिया.
माणा एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर आज सुबह की अच्छी खबर ये है कि क्षेत्र में अब मौसम सामान्य हो चला है. बर्फबारी थमने के बाद अब बेस कैम्प जोशीमठ से हेली रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है. डीएम चमोली से लेकर आपदा प्रबंधन के तमाम अधिकारी ज्योतिर्मठ में मौजूद हैं.
इधर करीब 150 बचाव कर्मी भी जोशीमठ और गोविंद घाट गुरुद्वारे से बदरीनाथ माणा के समीप एवलॉन्च रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए रवाना हो गए हैं. सीएम धामी भी रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए जोशीमठ पहुंच सकते हैं. फिलहाल बीआरओ/प्रशासन ने एवलॉन्च की चपेट में आए मजदूरों की लिस्ट भी जारी कर दी है.
गौरतलब है कि बदरीनाथ से 3 किलोमीटर आगे माणा के पास एवलॉन्च की चपेट में आने से बीआरओ के लिए काम कर रहे 55 मजदूर मलबे में दब गए थे. इनमें से 47 मजदूरों का सेना के द्वारा रेस्क्यू कर दिया गया है. उनका सेना अस्पताल माणा में उपचार किया जा रहा है. इनमें से 6 मजदूरों को ज्योतिर्मठ सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एवलॉन्च के मलबे में दबे 8 मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
शनिवार सुबह साढ़े 7 बजे से रेस्क्यू कार्य में तेजी लाई गई है. दो निजी हेलीकॉप्टरों के द्वारा रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है. इनमें तीन मजदूरों को ज्योतिर्मठ सैन्य अस्पताल में लाया गया है. इनकी हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है. वहीं चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने देर रात से ही ज्योतिर्मठ सैन्य अस्पताल पहुंचकर सभी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश भी दिए हैं. वहीं आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ज्योतिर्मठ पहुंचकर हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य का निरीक्षण करेंगे और संबंधित सैनिक अधिकारियों से भी समीक्षा करेंगे.